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Tuesday, 23 February 2016

मैं धर्म निरपेक्ष नहीं ...

मेरा राष्ट्र ,
राष्ट्र का संविधान ,
धर्मनिरपेक्ष है ,
रहेगा ,
मैं, धर्म निरपेक्ष नहीं ,
मेरा जन्म से धर्म है ,
जो इंसानियत के सिवा
कुछ नहीं सिखाता ,
जो किसी को
अधर्मी भी नहीं कहता,
मुझे गर्व है ,
अपने धर्म पर ,
जो सम्पूर्ण विश्व को
अपना परिवार कहता है,
तुम्हारी धर्मनिरपेक्ष की परिभाषा ,
मेरे धर्म से बढ़ कर नहीं .......
मैं धर्म निरपेक्ष नहीं ....

अनिल

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