daideeptya
Search This Blog
Monday, 27 July 2015
एक हैं आधे आधे हम तुम
आधा चाँद और आधी रात,
आधा भीगा भीगा सा मौसम ,
बूंदों के पैरों में घुँघरू ,
आधा रुनझुन आधा छमछम,
आधी आधी खुली खिड़की से,
आधा हवा का झोंका मध्यम ,
आधा सूखे आधा गीले,
एक हैं आधे आधे हम तुम ........
anil
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment