जो भूल गया वो मैं था,
जो याद रहा वो तुम,
स्वप्नों के अंत सफ़र में,
खुद स्वप्न हो गये गुम,
राहों के घुप्प अंधेरे,
तस्वीर तुम्हारी लेकर,
मेरा उपहास उड़ाते,
फिर हो जाते गुमसुम,
जो भूल गया वो मैं था,
जो याद रहा वो तुम....
जो याद रहा वो तुम,
स्वप्नों के अंत सफ़र में,
खुद स्वप्न हो गये गुम,
राहों के घुप्प अंधेरे,
तस्वीर तुम्हारी लेकर,
मेरा उपहास उड़ाते,
फिर हो जाते गुमसुम,
जो भूल गया वो मैं था,
जो याद रहा वो तुम....
अनिल
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